ई-पासपोर्ट के लाभ:
ई-पासपोर्ट के लाभ: भारत सरकार ने विदेश यात्रा करने वाले नागरिकों के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए ई-पासपोर्ट की शुरुआत की है। यह पहल पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम 2.0 के अंतर्गत लाई गई है, जिसका उद्देश्य यात्रा को अधिक सुरक्षित, तेज़ और सुविधाजनक बनाना है।

क्या है ई-पासपोर्ट?
ई-पासपोर्ट एक आधुनिक और डिजिटल पासपोर्ट है, जिसमें RFID चिप और अंतर्निर्मित एंटीना लगा होता है। यह चिप यात्री की व्यक्तिगत और बायोमेट्रिक जानकारी को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करती है। पारंपरिक पासपोर्ट की तुलना में इसे अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय माना जा रहा है।
ई-पासपोर्ट को पहचानने के लिए इसके सामने के कवर पर सुनहरे रंग का विशेष प्रतीक होता है।
ई-पासपोर्ट की सुरक्षा विशेषताएं
जालसाजी और पहचान की चोरी से बचाव
अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के दौरान त्वरित और विश्वसनीय पहचान सत्यापन
इन सुविधाओं के कारण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर प्रवेश और निकास की प्रक्रिया अधिक तेज़ होगी, जिससे यात्रियों को लंबी कतारों से राहत मिलेगी।
कहां-कहां जारी हो रहे हैं ई-पासपोर्ट?
वर्तमान में भारत के कई शहरों में ई-पासपोर्ट जारी किए जा रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
नागपुर, भुवनेश्वर, जम्मू, गोवा, शिमला, रायपुर, अमृतसर, जयपुर, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत, रांची और दिल्ली।
विशेष जानकारी:
चेन्नई में 3 मार्च 2025 से ई-पासपोर्ट जारी करना शुरू हो चुका है।22 मार्च 2025 तक 20,700 से अधिक ई-पासपोर्ट जारी किए जा चुके हैं।
पुराने पासपोर्ट का क्या होगा?
यदि आपके पास पारंपरिक पासपोर्ट है तो घबराने की ज़रूरत नहीं है।यह अभी भी पूरी तरह से वैध है और इसकी समाप्ति तिथि तक उपयोग में लिया जा सकता है।नागरिकों के लिए ई-पासपोर्ट लेना अनिवार्य नहीं है, यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है।
सरकार का लक्ष्य
भारत सरकार का उद्देश्य है कि 2025 के मध्य तक देश के सभी पासपोर्ट सेवा केंद्रों पर ई-पासपोर्ट उपलब्ध कराया जाए। यह कदम डिजिटल भारत की दिशा में एक और मजबूत पहल है।
निष्कर्ष: ई-पासपोर्ट न केवल भारत के डिजिटल परिवर्तन का प्रतीक है, बल्कि यह देश के नागरिकों को अंतर्राष्ट्रीय यात्रा में सुरक्षा और सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। यदि आप भी अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो ई-पासपोर्ट आपके अनुभव को और भी सहज बना सकता है।