दीपिका पादुकोण बेटी: दुआ, प्रसवोत्तर अनुभव और नई पहचान की खोज

दीपिका पादुकोण बेटी: दुआ, प्रसवोत्तर अनुभव और नई पहचान की खोज

Spread the love

दीपिका पादुकोण बेटी:

दीपिका पादुकोण बेटी: हाल ही में एक साक्षात्कार में, बॉलीवुड अभिनेत्री और नई माँ दीपिका पादुकोण ने अपनी मातृत्व यात्रा, बेटी दुआ, पति रणवीर सिंह, और प्रसवोत्तर जीवन के बारे में बहुत ही खुलकर बात की। यह इंटरव्यू न सिर्फ उनके अनुभव को साझा करता है, बल्कि हर नई माँ के दिल को छू जाने वाला है।

1.नई दुनिया में दीपिका पादुकोण बेटी का स्वागत

दीपिका ने बताया कि उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि वे अपनी बच्ची को बाहों में लें और उसे इस नई दुनिया को देखने का अवसर दें। उन्होंने कहा,

हमें चाहिए था कि पहले उसे अपनी बाहों में लें, उसे इस नई दुनिया को देखने दें जिसमें वह आई है, और उसके व्यक्तित्व को थोड़ा विकसित होने दें।

2.दुआ – नाम में भावनाओं का सार

दीपिका ने शेयर किया कि उन्होंने अपनी बेटी का नाम कैसे तय किया। जब रणवीर सेट पर थे, उन्होंने उन्हें एक संदेश भेजा:

“दुआ?”रणवीर ने तुरंत जवाब दिया, “हां।”

यह एक साधारण शब्द नहीं, बल्कि उनके लिए भावनाओं का सार बन गया। दीपिका ने कहा,

यह इस बात का एक सुंदर सारांश जैसा लगा कि वह हमारे लिए क्या मायने रखती है।

3.प्रसवोत्तर अनुभव और आत्म-स्वीकृति

दीपिका ने अपने शरीर और मानसिक स्थिति के प्रति ईमानदारी दिखाई। उन्होंने बताया,

मुझे नहीं पता कि काम वैसा होगा जैसा कि बच्चे के जन्म से पहले था, और शायद मैं चाहती भी नहीं कि वह वैसा ही हो। बस अपने शरीर से प्यार करो, अपने बच्चे से प्यार करो, और अपने टैंक को भर लो… अपने शरीर को धन्यवाद दो, उसका सम्मान करो।

4.नई पहचान की तलाश में

मातृत्व के बाद जीवन में बदलाव को लेकर दीपिका ने कहा,

मैं यह नहीं कहूंगी कि मैं खो गई हूं, लेकिन यह भी नहीं कह सकती कि मुझे मेरी नई पहचान मिल गई है। मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं इससे निपट रही हूं।

5.दीपिका ने एक भावुक पल साझा किया,

हर दो दिन में वह सो रही होती है, और रणवीर और मैं उसे देखते हैं, फिर एक-दूसरे को देखते हैं और कहते हैं – हमें यकीन नहीं होता कि हमारे साथ ऐसा हुआ है।

दीपिका यह भी मानती हैं कि एक माँ को भी खुद के लिए समय निकालना चाहिए।

अगर मुझे एक घंटा जिम जाना है, या त्वरित झपकी लेनी है – तो मैं लेती हूं। यह मेरा समय है।

निष्कर्ष: दीपिका पादुकोण की मातृत्व यात्रा न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि इसने यह भी दिखाया कि एक माँ होने का अनुभव कितना गहरा, चुनौतीपूर्ण और सुंदर हो सकता है। उनका ईमानदार नजरिया उन सभी महिलाओं को ताकत देता है जो मातृत्व की इसी अद्भुत यात्रा से गुजर रही हैं।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *