पहलगाम आतंकी हमला: भारत के कड़े जवाब – सिंधु जल संधि निलंबन से वीज़ा रोक तक 10 बड़े फैसले

पहलगाम आतंकी हमला: भारत के कड़े जवाब – सिंधु जल संधि निलंबन से वीज़ा रोक तक 10 बड़े फैसले

Spread the love

पहलगाम आतंकी हमला: के बाद भारत के 10 बड़े फैसले: सिंधु जल संधि से वीज़ा निलंबन तक

पहलगाम आतंकी हमला:22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। इसके बाद केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और कूटनीतिक मोर्चे पर कई कड़े और निर्णायक कदम उठाए हैं। आइए जानते

हमले के बाद भारत सरकार द्वारा लिए गए 10 बड़े फैसलों के बारे में जाने।

1. सिंधु जल संधि का निलंबन

भारत ने 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता से हुई सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। सरकार ने साफ किया है कि पाकिस्तान को अब एक बूंद भी पानी नहीं मिलेगा, जब तक वह आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता। जल शक्ति मंत्रालय ने इसके लिए अल्पकालिक से दीर्घकालिक रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया है।

2. पाकिस्तानी राजनयिकों को घोषित किया गया ‘अवांछित व्यक्ति’

भारत ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिकों को देश छोड़ने के निर्देश दिए हैं। तीन पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित किया गया है और इस्लामाबाद को अपने उच्चायोग के स्टाफ को 55 से घटाकर 30 करने का निर्देश दिया गया है।

3. सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा निलंबित

भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीज़ा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए हैं। सभी को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने के लिए कहा गया है। केवल मेडिकल वीज़ा 29 अप्रैल तक मान्य रहेंगे।

4. अटारी सीमा चेक पोस्ट बंद

भारत-पाकिस्तान के बीच एकमात्र सक्रिय भूमि सीमा अटारी को बंद कर दिया गया है। वैध दस्तावेजों के साथ आने-जाने वालों को 1 मई से पहले उसी रास्ते से लौटने के निर्देश दिए गए हैं।

5. नौसेना और वायुसेना की सैन्य तैयारी तेज

भारतीय नौसेना ने आईएनएस सूरत से सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण किया। वहीं, भारतीय वायुसेना ने ‘आक्रमण’ नाम से एक बड़ा युद्धाभ्यास शुरू किया, जिसमें राफेल जेट समेत कई लड़ाकू विमान शामिल हुए।

6. सेना को ‘ध्रुव’ हेलीकॉप्टर उड़ाने की इजाजत

सुरक्षा अभियानों को मजबूत करने के लिए सेना को श्रीनगर और आसपास के इलाकों में ‘ध्रुव’ हेलीकॉप्टर तैनात करने की अनुमति दी गई है। ये हेलीकॉप्टर आतंकवाद विरोधी अभियानों में अहम भूमिका निभाएंगे।

7. बीटिंग रिट्रीट समारोह में बदलाव

अटारी सीमा पर होने वाला बीटिंग रिट्रीट समारोह अब छोटे स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। भारतीय अधिकारी अब पाकिस्तानी समकक्षों से हाथ नहीं मिला रहे हैं, जो दोनों देशों के बीच बिगड़ते रिश्तों का संकेत है।

8. सीमा के निकट नागरिक आवाजाही पर रोक

जम्मू के सुचेतगढ़ में नागरिकों की सीमा तक आवाजाही रोक दी गई है। ऑक्ट्रोई पोस्ट, जो एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, अब आम जनता के लिए बंद कर दी गई है।

9. सर्वदलीय बैठक का आयोजन

हमले के दो दिन बाद 24 अप्रैल को केंद्र सरकार ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इसमें सभी राजनीतिक दलों ने एक सुर में आतंकवाद के खिलाफ सरकार के रुख का समर्थन किया। हालांकि विपक्ष ने सुरक्षा चूक पर चिंता भी जताई।

10. अमित शाह ने राज्यों को दिए निर्देश

गृह मंत्री अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें 27 से 29 अप्रैल तक भारत छोड़ने के निर्देश देने को कहा है।

निष्कर्ष: पहलगाम आतंकी हमला केवल एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनौती देने की कोशिश थी। सरकार की इन कड़ी प्रतिक्रियाओं से स्पष्ट है कि भारत अब आतंक के खिलाफ ‘शून्य सहनशीलता’ की नीति पर पूरी मजबूती से डटा है। आने वाले समय में यह घटनाक्रम भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक और नए मोड़ का संकेत हो सकता है।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *