फ्लोराइड के खतरे:
फ्लोराइड के खतरे: आजकल फ्लोराइड को लेकर बहस फिर से ज़ोर पकड़ रही है, खासकर जब बात बच्चों के स्वास्थ्य की आती है। फ्लोराइड टूथपेस्ट और माउथवॉश का उपयोग लंबे समय से किया जाता रहा है और इसे दांतों की सड़न को रोकने में प्रभावी माना गया है। लेकिन जब बात मौखिक फ्लोराइड सप्लीमेंट्स (Fluoride Supplements) की आती है, तो तस्वीर कुछ अलग दिखती है।

फ्लोराइड टूथपेस्ट बनाम मौखिक सप्लीमेंट्स: अंतर समझें
जब आप फ्लोराइड टूथपेस्ट या माउथवॉश का इस्तेमाल करते हैं, तो फ्लोराइड सतह पर ही काम करता है। यह सीधे आपके दांतों पर असर करता है और ब्रश करने या कुल्ला करने के बाद बाहर निकल जाता है। लेकिन फ्लोराइड सप्लीमेंट्स को निगला जाता है। इसका मतलब है कि यह आपके पाचन तंत्र से गुजरकर रक्तप्रवाह में अवशोषित हो जाता है और पूरे शरीर में फैलता है — अंततः दांतों तक पहुँचता है।
यहीं से संभावित खतरे शुरू होते हैं।
क्या फ्लोराइड वास्तव में एक न्यूरोटॉक्सिन है?
कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, उच्च स्तर का फ्लोराइड वयस्कों में न्यूरोटॉक्सिसिटी का कारण बन सकता है। हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और चाइना मेडिकल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 27 अध्ययनों के मेटा-विश्लेषण में यह निष्कर्ष निकाला कि फ्लोराइड बच्चों के संज्ञानात्मक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
इन निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि बच्चों के मस्तिष्क के विकास के दौरान फ्लोराइड के संपर्क में आने से IQ में कमी, सीखने में कठिनाई और अन्य न्यूरोविकास संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
आंतों के माइक्रोबायोम और फ्लोराइड: एक छुपा हुआ खतरा
FDA ने हाल ही में चेतावनी दी है कि फ्लोराइड आंतों के माइक्रोबायोम में खतरनाक परिवर्तन ला सकता है। जैसे फ्लोराइड दांतों के हानिकारक बैक्टीरिया को मारता है, वैसे ही यह आंतों के लाभकारी बैक्टीरिया को भी नुकसान पहुँचा सकता है, जो बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं।
अन्य संभावित जोखिम: थायरॉयड, मोटापा और हड्डियों का स्वास्थ्य
अध्ययनों में फ्लोराइड को थायरॉयड विकार, वजन बढ़ना, हड्डियों के फ्रैक्चर, यहां तक कि हड्डियों के कैंसर और गठिया से जोड़ा गया है। कुछ विशेषज्ञ, जैसे रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर, फ्लोराइड को “औद्योगिक अपशिष्ट” कहकर इसकी आलोचना कर चुके हैं।
फ्लोराइड पानी में: फायदे और चुनौतियाँ
हालांकि फ्लोराइड युक्त पानी ने बच्चों में दांतों की सड़न को 60% तक और वयस्कों में 25% तक कम किया है, लेकिन इसके अत्यधिक उपयोग से डेंटल फ्लोरोसिस जैसी स्थितियां भी पैदा हो सकती हैं। इसी कारण से EPA (Environmental Protection Agency) ने पानी में फ्लोराइड की मात्रा को सीमित किया है।
हाल के वर्षों में 170 से अधिक अमेरिकी समुदायों ने अपने जल स्रोतों से फ्लोराइड हटाने का फैसला किया है, और 2025 तक यूटा राज्य इसे पूरी तरह से प्रतिबंधित करने वाला है।
FDA की नई दिशा: “अमेरिका को फिर से स्वस्थ बनाएं”
FDA अब फ्लोराइड सप्लीमेंट्स पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है, जिससे बच्चों को केवल फ्लोराइड टूथपेस्ट और माउथवॉश के भरोसे रहना पड़ेगा। यह कदम बच्चों के दीर्घकालिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया जा रहा है।
निष्कर्ष: क्या आगे का रास्ता फ्लोराइड से मुक्त है?
फ्लोराइड सप्लीमेंट्स को लेकर चिंताएं केवल वैकल्पिक चिकित्सा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि अब वैज्ञानिक और सरकारी एजेंसियाँ भी इसके संभावित खतरों की ओर इशारा कर रही हैं।
जबकि फ्लोराइड अब भी दंत स्वास्थ्य के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है, इसके सेवन के स्रोत और मात्रा पर सतर्कता बरतना बेहद ज़रूरी हो गया है। –निर्माताओं को चाहिए कि वे उपलब्ध जानकारी के आधार पर विवेकपूर्ण निर्णय लें।