
2025 में दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ: भारत तीसरे स्थान पर, अमेरिका और चीन की स्थिति क्या होगी?
2025 में दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ: 2025 का साल वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिहाज से कई बड़े बदलाव लेकर आ रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के नवीनतम विश्व आर्थिक परिदृश्य (World Economic Outlook – WEO) रिपोर्ट के अनुसार, भारत जल्द ही जर्मनी और जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। आइए जानते हैं 2025 में दुनिया की शीर्ष 10 अर्थव्यवस्थाओं की पूरी सूची:
1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)

IMF के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका 2025 में भी दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा। अमेरिका का वैश्विक वर्चस्व अभी भी मजबूत रहेगा।
2. चीन (China)

चीन लगातार दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा। WEO की रिपोर्ट में 2025 के लिए चीन की GDP का उल्लेख किया गया है, जो अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर होगी।
3. भारत (India)

भारत के लिए 2025 बेहद ऐतिहासिक साबित होने वाला है। IMF के अनुसार, भारत की नाममात्र GDP 4,187.017 बिलियन डॉलर तक पहुँच जाएगी। इससे भारत जर्मनी और जापान को पछाड़कर तीसरे स्थान पर आ जाएगा।
4. जर्मनी (Germany)

वर्तमान में तीसरे स्थान पर काबिज जर्मनी 2025 में 4,744.804 बिलियन डॉलर GDP के साथ चौथे स्थान पर आ जाएगा।
5. जापान (Japan)

जापान 2025 में दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा, जिसकी अनुमानित GDP 4,186.431 बिलियन डॉलर होगी।
6. यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom)

IMF के अनुमानों के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम 2025 में छठे स्थान पर रहेगा, जिसकी GDP 3,839.18 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है।
7. फ्रांस (France)

फ्रांस 2025 में सातवें स्थान पर होगा। IMF का अनुमान है कि फ्रांस की GDP 3,211.292 बिलियन डॉलर होगी।
8. इटली (Italy)

इटली दुनिया की आठवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, जिसकी अनुमानित GDP 2,422.855 बिलियन डॉलर होगी।
9. कनाडा (Canada)

कनाडा 2025 में 2,225.341 बिलियन डॉलर GDP के साथ नौवें स्थान पर रहेगा।
10. ब्राज़ील (Brazil)

2025 में दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ में ब्राज़ील दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, जिसकी अनुमानित GDP 2,125.958 बिलियन डॉलर होगी।
निष्कर्ष: 2025 में दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ में 2025 वैश्विक आर्थिक शक्ति संतुलन में भारत के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण साल साबित होने वाला है। जहाँ अमेरिका और चीन अपनी शीर्ष स्थिति बनाए रखेंगे, वहीं भारत तीसरे स्थान पर पहुँचकर एक नया इतिहास रचेगा। आने वाले वर्षों में भारत का आर्थिक प्रभाव और भी बढ़ने की उम्मीद है।